Rewa News: रीवा और मऊगंज जिले में हुऐ फर्जीबाड़े की ED करेगी जांच
रीवा और मऊगंज जिले में शराब दुकानों में फर्जी बैंक गारंटी लगाने के मामले में ED (Enforcement Directorate) करेगी जांच, मांगी गई रिपोर्ट
Rewa News: रीवा और मऊगंज जिले में करोड़ों के फर्जीबाड़ों की जांच के लिए अब ED की एंट्री होने वाली है. 8 वर्ष पूर्व इंदौर में हुए घोटाले पर ED (Enforcement Directorate) ने प्रकरण दर्ज कर लिया है. इंदौर की तर्ज पर रीवा और मऊगंज जिले में भी फर्जी बड़ा हुआ है. इसकी जांच भी ईडी से कराये जाने की बात कहीं जा रही है.
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यह है पूरा मामला
रीवा और मऊगंज जिले मे 14 शराब दुकान समूहो द्वारा एक वर्ष पूर्व शराब दुकान का ठेका लेते समय फर्जी बैंक गारंटी लगाई थी. जिसका खुलासा सूचना के अधिकार द्वारा मांगी गई जानकारी मिलने के बाद हुआ था. जिसकी शिकायत बीके माला द्वारा पूर्व में संभागायुक्त सहित ईडी के पास की गई थी.
संभागयुक्त द्वारा कराई गई जांच मे बड़ा फर्जीबाड़ा सामने आ गया. जांच मे पाया गया की जानबूझकर फर्जी रूप से बैंक गारंटी लगाई गई थी. शराब ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से आबकारी विभाग के अधिकारियों ने ऐसा किया था. ईडी ने इंदौर भोपाल सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में जहां भी इस तरह के मामले सामने आए हैं सभी में जानकारी मंगाई है.
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इन 14 दुकानों के लिए जारी हुई थी फर्जी बैंक गारंटी
रीवा और मऊगंज जिले की कुल 14 शराब दुकानों में फर्जी बैंक गारंटी की पुष्टि हुई है जिसमें से रीवा जिले में मेसर्स आशा इंटरप्राइजेज को 1.56 करोड़ रुपए, मां लक्ष्मी इंटरप्राइजेज बैकुंठपुर समूह को 1.46 करोड़, हनुमना समूह को 1.27 करोड़, नईगढ़ी समूह को 90 लाख रुपए, देवतालाब समूह को 1.06 करोड़, उपेन्द्र सिंह मऊगंज समूह को 92 लाख, आदित्य प्रताप सिंह रायपुर कर्चुलियान समूह को 78 लाख रुपये.
इसके साथ ही आर्या ग्रुप को 22.30 लाख, 2.45 करोड़, 2.45 करोड़, सिंगरौली के लिए अमन सिंह बघेल को 1.31 करोड़, आर्या ग्रुप के विजय बहादुर सिंह को 70 लाख, भोपाल के लिए भीम इंटरप्राइजेज को 8.60 लाख एवं 10.40 लाख रुपए की बैंक गारंटी जारी की गई थी.
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इन सभी दुकानों में फर्जी बैंक गारंटी लगाई गई थी जिसकी जानकारी अब ED (Enforcement Directorate) के द्वारा मगाए जाने की बात सामने आ रही है. माना जा रहा है की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ईडी इस पूरे मामले में कार्यवाही कर सकती है.